
दूनागिरी – पांडवखोली के निकट महावतार बाबा की गुफा में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लगाया ध्यान। आध्यात्मिक यात्रा समाप्त कर रानीखेत होते हुए नैनीताल पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति।
आज 29 अक्टूबर 2025 को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के पास स्थित महा अवतार बाबा की गुफा में ध्यान किया। वे कल 28 अक्टूबर को द्वाराहाट पहुंचे थे और कल रात्रि विश्राम के पश्चात् आज गुफा में पहुंच कर ध्यान लगाया। महावतार गुफा प्रसिद्ध शक्तिपीठ दूनागिरी से आगे जाकर पांडवखोली की पहाड़ी के निचले भाग में स्थित है। इस गुफा में महावतार बाबा ने साल 1861 में लाहिड़ी महाशय को क्रिया योग की दीक्षा दी थी।

पूर्व राष्ट्रपति का ये दौरा विशेष रूप से धार्मिक एवं अध्यात्मिक गतिविधियों के लिए था। इस स्थान पर पहुंचने से पूर्व उन्होंने योगदा आश्रम के संन्यासियों से मुलाकात कर यहाँ के सन्यासियों और गुफा के बारे में जानकारी प्राप्त की। यात्रा पड़ाव में जब उनका काफिला रतखाल गांव पहुंचा तो ग्रामीणों ने पारंपरिक पिछौड़ा पहनकर उनका भव्य स्वागत किया।

पांडवखोली के पास घने जंगलों के बीच स्थित इस ऐतिहासिक गुफा तक पहुंचने के लिए करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी खड़ी चढ़ाई को डोली के माध्यम से पार किया। ध्यान लगाने के बाद द्वाराहाट स्थित एक रिसोर्ट में विश्राम के पश्चात् उनका काफिला रानीखेत होते हुए नैनीताल के लिए रवाना हो गया। यह गुफा देश-विदेश के श्रद्धालुओं और विभिन्न हस्तियों के बीच भी प्रसिद्ध है, क्योंकि इससे पूर्व फिल्म अभिनेता रजनीकांत, मनोज बाजपेयी और जैकलीन फर्नांडिस जैसे प्रसिद्ध व्यक्ति यहां ध्यान साधना कर चुके हैं।


