
हे भगवान्! उत्तराखंड सरकार का एक और कारनामा, दिल्ली मेट्रो के विज्ञापन में रानीखेत के नाम पर लगा दी नागालैंड की फोटो। विज्ञापन जारी करने से पहले एक बार भी नहीं किया वेरीफाई।
उत्तराखंड सरकार के एक से एक कारनामे अक्सर सामने आते रहते हैं। अब दिल्ली मेट्रो में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया हैं। जहाँ उत्तराखंड सरकार के एक विज्ञापन में रानीखेत की फोटो के नाम पर नागालैंड के कोहिमा के टोफेमा गाँव की लगा फोटो लगा गई है।

दरअसल हमारे मित्र द्वाराहाट निवासी राकेश रौतेला दिल्ली मेट्रो में सफर कर रहे थे, तभी उनकी नज़र राजौरी गार्डन ब्लू लाइन मेट्रो में लगे उत्तराखंड सरकार के शीतकालीन यात्रा के विज्ञापन पड़ी। जिसमे रानीखेत के नाम के एक साथ एक रानीखेत के नाम के साथ एक अनजानी फोटो उन्हें दिखाई दी तो उन्हें आश्चर्य हो गया। उन्होंने तुरंत उसे विज्ञापन की फोटो अपने मोबाइल में ले ली इसके बाद उन्होंने उसे फोटो को गूगल पर सर्च किया तो पता चला यह फोटो नागालैंड के कोहिमा के टोफेमा गांव की लगाई गई है उन्होंने बताया कि इस फोटो को गूगल और भी कई जगह पर रानीखेत की फोटो बता कर दिखा रहा है। उन्होंने कोहिमा की ओरिजिनल फोटो का लिंक भी हमारे साथ शेयर किया जो हम इस खबर के नीचे डाल रहे हैं.

ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि आखिर कर विज्ञापन के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर की लोगों को गलत जानकारी क्यों दी जा रही है? क्या उत्तराखंड सरकार का सूचना एवं लोक संपर्क विभाग एक बार किसी से इस बात की पुष्टि नहीं कर सकता की जो फोटो लगाई जा रही है वह वास्तविक रूप से उसी स्थान की है भी या नहीं।
कहीं बेहतर होता की सूचना एवं लोक संपर्क विभाग जिले के पर्यटन कार्यलय या स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर उस क्षेत्र की एक विशेष फोटो मंगवाता जो उस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती। जैसा कि रानीखेत के मामले में हिमालय श्रंखला, ,गोल्फ ग्राउंड, चौबटिया गार्डन, हैड़ाखान मंदिर आदि की फोटो चाहिए थी। लेकिन देहरादून में एसी कमरों में बैठकर गूगल के सहारे काम करने वाले निकम्मे अफसरों को अब मेहनत करने की आदत नहीं रही है।

कोहिमा की असली फोटो का लिंक
10 Scenic Places To Visit Near Kohima That Showcase Nature And Local Culture
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